Ritesh Agarwal Success Story – शार्क टैंक इंडिया के तीसरे सीज़न में सबसे कम उम्र के शार्क रितेश अग्रवाल की कहानी प्रेरणादायक है, रितेश अग्रवाल ने बहुत कम उम्र में वह कर दिखाया है जो दुनिया में बहुत कम लोग कर पाते है।
रितेश अग्रवाल दुनिया की दुसरी सबसे बड़ी होटल Hospitality चैन OYO Room के फाउंडर और सीईओ है, 30 साल के रितेश ने अपनी मेहनत और लगन से इस मुकाम को हासिल किया हैं, जो लोग Entrepreneur बनना चाहते है उन सबके लिए Ritesh Agarwal Success Story के बारे में जानना ज़रुरी हैं।
आज इस आर्टिकल में हम आपको Ritesh Agarwal Success Story और उनके बिजनेस से सीखें जाने वाली कुछ महत्वपूर्ण बातें बताएंगे।
Early Life And Background
रितेश का जन्म 1993 में ओड़िशा के एक मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ, रितेश के पिता एक छोटी सी दुकान चलाते थे, रितेश ने ओड़िशा के St. Junior Secondary School से पढ़ाई की है।
रितेश को बचपन से ही कोडिंग से लगाव था लेकिन रितेश के पिता चाहते थे की रितेश IIT क्रैक करके इंजीनियर बनेजिसके लिए उन्होंने रितेश को कोटा राजस्थान भेज दिया, कोटा में कुछ दिन रहने के बाद रितेश दिल्ली आ गए।
Struggle Days
दिल्ली कॉलेज में दाखिला लेने के कुछ दिन बाद रितेश ने अपने मन में जल रही बिज़नेस की आग के चलते कॉलेज छोड़ने का फैसला किया दिया, दिल्ली में रहना रितेश के लिए आसान नहीं था, रितेश जानते थे की घर से मदद मांगना मतलब घर वापस जाना था, इसलिए गुज़ारा करने के लिए रितेश ने सिम कार्ड बेचने शुरू किए।
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जगह जगह सिम कार्ड बेचने से रितेश का Entrepreneur बनने का सफर शुरू हो गया, रितेश ने खुद को कोडिंग में और बेहतर बनाना शुरू किया, रितेश को नई नई जगहों पर घूमना काफी पसंद था, जब भी उन्हें समय मिलता वे कई घूमने चले जाते।
Business Idea
उन्होंने मार्केट में एक गैप को देखा की भारत में किसी जगह पर यात्रा करने वालो को आस पास होटल ढूंढने में काफी मुश्किल होती है, और जो होटल उपलब्ध है वह काफी महंगे थे, इसी मार्केट गैप को दूर करने के लिए रितेश ने Oravel Stay को लॉन्च किया जो बजेट हॉस्पिटैलिटी ऑफर करता था
कुछ दिनों बाद रितेश का Oravel Stay का आइडिया फेल हो गया, रितेश ने अपने टारगेट कस्टमर को समझने के लिए पूरे भारत का भ्रमण शुरू किया जिनसे उन्हें समझ आया की बजट में साफ़ रूम, AC और Wi fi जैसी सुविधाओं की कमी है।
इसी बीच रितेश थिएल फ़ेलोशिप जीतने वाले पहले भारतीय बन गए, थिएल फ़ेलोशिप एक कार्यक्रम है जो युवा उद्यमियों को कॉलेज छोड़ने और अपने बिज़नेस को आगे बढ़ाने के लिए $100,000 (₹75 लाख रूपये) ऑफर करता है।
OYO Room की शुरुआत
2013 में इन पैसों से रितेश ने अपने बिज़नेस मॉडल को अपडेट किया और Oravel Stays से बदलकर OYO Rooms नाम रखा, रितेश की मेहनत से OYO को बड़ी सफ़लता मिली, मार्च 2015 में रितेश को $25 मिलियन डॉलर की फंडिंग मिली जिसके बाद रितेश ने OYO App लॉन्च किया।
2018 में OYO $1 बिलियन डॉलर की वैल्यूएशन के साथ यूनिकॉर्न कंपनी बन गई और आज OYO Rooms दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी होटल चैन हैं, हाल ही में OYO ने ₹74,000 करोड़ रूपये की वैल्यूशन पर फंड जुटाए है।
आज OYO भारत के 1000 से भी ज्यादा होटल से जुड़ा हुआ हैं, दुनिया में 80 देशों के 810 शहरों में OYO उपलब्ध है, OYO के इस कॉन्सेप्ट ने रितेश अग्रवाल को 23 साल में दुनिया का दुसरे सबसे कम उम्र के अरबपति में शामिल कर दिया है। रितेश अग्रवाल की नेट वर्थ 2.1 अरब डॉलर यानी ₹16 हज़ार करोड़ है।
Learning (शिक्षा)
Ritesh Agarwal Success Story में कई ऐसी बातें है जो आने वाले उधमियों के लिए ज़रुरी है
ये देखे की आप किस क्षेत्र में सबसे ज़्यादा अच्छे है और उसमे बेहतर बनने की कोशिश करते रहें, सफलता के लिए अपनी गलतियों को स्वीकार करने और भविष्य को बेहतर बनाने की क्षमता बहुत ज़रुरी हैं।